Hindi Pathmala | |
Author | Prof. V R Jagannathan, Laxmi Jain and Rita Singh |
Class | 6 |
विवरण:
'अविरल' हिंदी पाठमाला प्रवेशिका स्तर से आठवीं कक्षा तक के लिए है। यह पुस्तक शृंखला नई व आधुनिक शिक्षण विधियों के अनुसार परंपरा से हटकर तैयार की गई है। इस पाठमाला में हमारा उद्देश्य रहा है कि बच्चे हिंदी पढ़ने, लिखने, बोलने और समझने के साथ-साथ रचनात्मक अभिव्यक्ति के लिए भी प्रेरित हो। भाषा सीखने का उद्देष्य केवल पढ़ना-लिखना और सीखना ही नहीं होता, बल्कि भाषा का प्रयोग व्यवहारिक जीवन में कई उद्देश्यों की पूर्ति भी करता है। इस पुस्तक श्रृंखला में भाषा- शिक्षण को रोचकपूर्ण विधि से प्रस्तुत किया गया है।
'अविरल' हिंदी पाठमाला के आकर्षण बिंदु हैं-
लेखिका:
डॉ. मधु पंत: पिछले चार दशकों से बच्चों के विकास एवं शिक्षा संबंधी कार्यक्रमों में संलग्न; राष्ट्रीय बाल भवन के निदेशक के रूप में लगभग सत्रह वर्षों के कार्यकाल में अनेक विशिष्ट एवं नवीन योजनाओं का सूत्रपात; यथा बालश्री योजना, राष्ट्रीय युवा पर्यावरण विज्ञानियों की गोष्ठी, अक्कड़ बक्कड़ और सुलक्ष्य जैसी पत्रिकाओं का प्रारंभ, अभिनव प्रशिक्षण कार्यक्रम; अंतर्राष्ट्रीय रूप से फिल्म ‘विज्ञान क्या है’ के लिए एन.एच.के. (जापान) एवार्ड; नार्वे के अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन में कविता ‘पानी की कहानी’ के लिए प्रथम पुरस्कार; हिंदी अकादमी, दिल्ली के बाल किशोर साहित्य से सम्मानित; विज्ञान में स्नातक एवं स्वर्णपदक प्राप्त; हिंदी के लघु उपन्यासों में बाल मनोविज्ञान विशेष रूप से प्रशंसित; सी.आई.ई.टी., एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा आयोजित अखिल भारतीय बाल शैक्षिक श्रव्य-दृश्य महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ श्रव्य कार्यक्रम का पुरस्कार प्राप्त।
ललिता पांडे: विगत 25 वर्षों का दि मदर्स इंटरनेशनल स्कूल, दिल्ली में शिक्षण अनुभव; शिक्षणसंबंधी कुछ लेख प्रकाशित; पत्रिकाओं का संपादन; अनेक कहानियों तथा लेखों का अनुवाद; शिक्षण में विशिष्ट योगदान के लिए दि मदर्स इंटरनेशनल स्कूल द्वारा श्री मणि पिल्लै एवार्ड से सम्मानित।
संपादकीय परामर्श:
प्रो. वी. आर. जगन्नाथन: प्रसिद्ध भाषाविद् और हिंदी के वैयाकरण; विगत कई वर्षो से भाषा शिक्षण का अनुभव; पूर्व निदेशक, इग्नू; पूर्व क्षेत्रीय निदेशक, केंद्रीय हिंदी निदेशालय दिल्ली एवं हैदराबाद; अनेक पुस्तकों का प्रणयन/संपादन।
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