‘परिवेश’ हिंदी पाठमाला प्रवेशिका स्तर से आठवीं कक्षा तक के लिए है। यह पाठमाला राष्ट्रीय शिक्षा नीति (2020) के दृष्टिकोण की पुष्टि करती है। इस शिक्षा नीति का उद्देश्य अच्छे व्यक्तित्व का विकास करना है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए इस पुस्तक शृंखला में अनेक तरह की गतिविधियों को सम्मिलित किया गया है। जैसे खोज पर आधारित गतिविधियाँ, रचनात्मक गतिविधियाँ और सोचने-समझने पर आधारित गतिविधियाँ।
‘परिवेश’ हिंदी पाठमाला के आकर्षण बिंदु हैं-
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (2020) के अनुरूप पाठ्य बिंदुओं का चयन।
प्रवेशिका और भाग 1 में सुंदर चित्रों द्वारा वर्णमाला और मात्राओं का ज्ञान।
प्रत्येक पाठ को पढ़ने से पूर्व उसमें रुचि उत्पन्न करने तथा उसका उद्देश्य समझने हेतु विभिन्न गतिविधियों का समावेश।
सरल, सुबोध तथा भावपूर्ण भाषा-शैली का प्रयोग।
समस्या सुलझाने की कला, समूह में कार्य करना एवं आपसी सहयोग को विकसित करने वाली गतिविधियों का समावेश।
भाग 6 से 8 में लेखक परिचय, अपठित गद्यांश और पद्यांश, बुद्धिविलास और भाषा-खेल।
बच्चों के मानसिक स्तरानुसार अतिरिक्त पठन-सामग्री: ‘चित्रकथाएँ’, ‘कविताएँ’ तथा ‘कहानियाँ’।
शिक्षकों के मार्गदर्शन हेतु शिक्षक दर्शिकाएँ।
चिंतन तथा अध्ययन कौशलों का पर्याप्त समावेश।
पाठ्यपुस्तक और अभ्यास पुस्तिका का मिश्रित रूप।
अभ्यास-पत्रों का समावेश।
लेखिकाएँ:
दीपमाला (एम.ए. हिंदी तथा पत्रकारिता, एम.फिल. , बी.एड.): विगत 15 वर्षों से क्वीन मेरीज स्कूल, नार्थऐन्ड, मॉडल टाउन, दिल्ली में हिंदी शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करते समय कई प्रतियोगिताओं में पुरस्कार प्राप्त किए। ये शिक्षण कार्य करने के साथ-साथ विभिन्न स्तरों पर निर्णायक मंडल में भी सम्मिलित रहीं। हिंदी भाषा का ज्ञान प्रदान करने तथा विद्यार्थियों के भविष्य को सुदृढ़ बनाने हेतु सन 2015 में इन्हें मानव संसाधन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रोत्साहन रूप में प्रमाण-पत्र प्राप्त हुआ। इसके साथ ही इन्हें हिंदी अकादमी द्वारा सन 2020-2021 में भाषा गौरव शिक्षक का सम्मान भी प्राप्त हुआ।
भारती पंत (एम.ए. , बी.एड.): इन्होंने विगत 26 वर्षों से दिल्ली के प्रतिष्ठित सी.बी.एस.ई. के स्कूलों में शिक्षण का कार्य किया है। ये वर्तमान में लेखन व संपादन के कार्य में सक्रिय हैं।